
How sexual health treatment Helps patient Delays Dr Singh Clinic
Dr. Singh Clinic, Gaur City, Noida West provides expert sexual health treatments to help patients overcome delays, restore confidence, and improve intimate well-being.
डॉ. सिंह क्लिनिक में हम पुरुषों और महिलाओं की सभी यौन समस्याओं का गोपनीय, सुरक्षित और प्रभावी इलाज प्रदान करते हैं। हमारे अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित विधियों द्वारा आपकी समस्याओं का समाधान करते हैं। डॉ. सिंह क्लिनिक में हम आपकी त्वचा और बालों की सभी समस्याओं के लिए आधुनिक और प्रभावी समाधान प्रदान करते हैं। हमारे अनुभवी डर्मेटोलॉजिस्ट और हेयर एक्सपर्ट आपकी त्वचा और बालों से जुड़ी हर समस्या का वैज्ञानिक और सुरक्षित इलाज करते हैं।
मुंहासे (Acne) एक सामान्य त्वचा समस्या है, जिसमें पिंपल्स, ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स और सिस्ट जैसी समस्याएँ शामिल होती हैं। यह मुख्य रूप से तैलीय त्वचा, हार्मोनल असंतुलन, गलत खानपान और त्वचा की उचित देखभाल न करने के कारण होता है।
एक्जिमा (एटोपिक डर्मेटाइटिस) एक त्वचा संबंधी समस्या है जिसमें त्वचा लाल, खुजलीदार और सूजनयुक्त हो जाती है। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है और आमतौर पर शुष्क त्वचा, एलर्जी या प्रतिरक्षा प्रणाली की असंतुलन के कारण होती है।
सोरायसिस एक दीर्घकालिक त्वचा रोग है जिसमें त्वचा पर मोटे, परतदार और खुजलीदार धब्बे बन जाते हैं। यह समस्या आमतौर पर प्रतिरक्षा प्रणाली की गड़बड़ी के कारण होती है, जिससे त्वचा की कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती हैं।
रोजेशिया एक त्वचा संबंधी समस्या है, जिसमें चेहरे पर लालिमा, जलन और छोटी रक्त वाहिकाएं स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगती हैं।
त्वचा एलर्जी (कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस) एक सामान्य त्वचा रोग है, जो किसी एलर्जेन या रसायन के संपर्क में आने से होती है। इससे त्वचा में जलन, लालिमा, खुजली और सूजन हो सकती है। साबुन, कॉस्मेटिक्स, धातु, खुशबूदार उत्पाद या पौधे इसके सामान्य कारण हो सकते हैं।
फंगल संक्रमण एक आम त्वचा रोग है, जो फंगस के कारण होता है और इसमें दाद (रिंगवर्म), एथलीट्स फुट और यीस्ट संक्रमण जैसी समस्याएं शामिल हैं।
हाइव्स (अर्टिकेरिया) एक त्वचा रोग है, जिसमें शरीर पर लाल, खुजलीदार और उभरे हुए चकत्ते बन जाते हैं। यह आमतौर पर किसी एलर्जिक प्रतिक्रिया के कारण होता है, जैसे कि खाद्य पदार्थ, दवाएं, कीड़े के काटने या पर्यावरणीय कारकों से।
विटिलिगो एक त्वचा रोग है जिसमें त्वचा की रंगत बनाने वाली कोशिकाएं (मेलानोसाइट्स) नष्ट हो जाती हैं, जिससे सफेद धब्बे उभरने लगते हैं। यह समस्या शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है, जैसे चेहरे, हाथ, पैर या सिर की त्वचा।
हाइपरपिगमेंटेशन एक सामान्य त्वचा समस्या है, जिसमें त्वचा पर काले धब्बे या असमान रंगत दिखाई देने लगती है। यह समस्या अधिकतर सूरज की किरणों, हार्मोनल बदलाव, सूजन या किसी त्वचा संक्रमण के कारण हो सकती है।
मेलाज्मा एक सामान्य त्वचा समस्या है, जिसमें चेहरे पर भूरे या गहरे रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं। यह आमतौर पर हार्मोनल बदलाव, गर्भावस्था, सूरज की किरणों और आनुवंशिक कारणों से होता है।
सनबर्न एक त्वचा समस्या है, जो अधिक समय तक सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों के संपर्क में रहने से होती है। इससे त्वचा लाल, दर्दनाक, सूजनयुक्त और कभी-कभी छिलने लगती है।
झुर्रियां और महीन रेखाएं उम्र बढ़ने के सामान्य संकेत हैं, जो त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन की कमी के कारण उत्पन्न होते हैं। उम्र बढ़ने के अलावा, सूरज की हानिकारक किरणें, तनाव, धूम्रपान और खराब जीवनशैली भी त्वचा की लोच कम करके झुर्रियों को बढ़ा सकते हैं।
सूखी त्वचा (ज़ेरोसिस) एक सामान्य लेकिन असहज त्वचा समस्या है, जिसमें त्वचा रूखी, परतदार और फटी हुई महसूस होती है। यह समस्या अधिकतर ठंडे मौसम, नमी की कमी, अधिक गर्म पानी से नहाने या कठोर साबुन के उपयोग से हो सकती है।
मस्से (वॉर्ट्स) एक सामान्य त्वचा संक्रमण है, जो ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के कारण होता है। यह छोटे, खुरदुरे उभार के रूप में त्वचा पर कहीं भी विकसित हो सकते हैं, जैसे हाथ, पैर, चेहरे या गर्दन पर।
स्किन टैग छोटे, मुलायम और हानिरहित त्वचा वृद्धि होते हैं, जो आमतौर पर गर्दन, आंखों के आसपास, बगल, छाती और शरीर की उन जगहों पर विकसित होते हैं जहां त्वचा आपस में रगड़ खाती है।
रूसी (सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस) एक सामान्य स्कैल्प समस्या है, जिसमें सिर की त्वचा पर सफेद परतदार गुच्छे बन जाते हैं और खुजली हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर त्वचा में अतिरिक्त तेल उत्पादन, फंगल संक्रमण या सूखी त्वचा के कारण होती है।
सेलुलाइटिस एक गंभीर बैक्टीरियल त्वचा संक्रमण है, जो त्वचा में लालिमा, सूजन और दर्द पैदा करता है। यह संक्रमण आमतौर पर कट, घाव या फटी हुई त्वचा के जरिए शरीर में प्रवेश करने वाले बैक्टीरिया (अक्सर स्टैफिलोकोकस या स्ट्रेप्टोकोकस) के कारण होता है।
एलोपेशिया एरीटा एक ऑटोइम्यून विकार है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बालों की जड़ों (हेयर फॉलिकल्स) पर हमला करती है, जिससे अचानक बाल झड़ने लगते हैं।
एपिडर्मोलाइसिस बुलोसा (Epidermolysis Bullosa) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर आनुवंशिक त्वचा रोग है, जिसमें त्वचा बेहद नाजुक हो जाती है और हल्के से घर्षण या दबाव से छाले (ब्लिस्टर) और घाव बनने लगते हैं।
हाइड्राडेनाइटिस सुप्पुराटिवा (HS) एक दीर्घकालिक त्वचा रोग है, जिसमें त्वचा के नीचे दर्दनाक फोड़े या गांठें बन जाती हैं। यह समस्या आमतौर पर बगल, जांघों,臀 (नितंबों) और स्तनों के नीचे विकसित होती है, जहां त्वचा आपस में रगड़ खाती है।
इचथ्योसिस एक अनुवांशिक त्वचा रोग है, जिसमें त्वचा असामान्य रूप से सूखी, मोटी और परतदार हो जाती है, जिससे यह मछली की त्वचा जैसी दिखने लगती है।
पेम्फिगस एक दुर्लभ ऑटोइम्यून त्वचा रोग है, जिसमें त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन (मुख, नाक, गला) पर दर्दनाक छाले (ब्लिस्टर) और खुले घाव बनने लगते हैं। यह रोग तब होता है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे त्वचा की परतें कमजोर होकर अलग होने लगती हैं।
एक्टिनिक केराटोसिस एक सामान्य प्री-कैंसरस त्वचा स्थिति है, जो सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से होती है। इसमें त्वचा पर खुरदुरे, पपड़ीदार या कठोर धब्बे उभरने लगते हैं, जो आमतौर पर चेहरे, कान, हाथों और सिर जैसी सूरज के संपर्क में रहने वाली जगहों पर दिखाई देते हैं।
एज स्पॉट्स, जिन्हें लिवर स्पॉट्स या सन स्पॉट्स भी कहा जाता है, उम्र बढ़ने और सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण त्वचा पर विकसित होने वाले गहरे भूरे या काले धब्बे होते हैं। ये अधिकतर चेहरे, हाथों, बाहों और उन क्षेत्रों में दिखाई देते हैं, जो सूरज के संपर्क में ज्यादा रहते हैं।
मधुमेह से जुड़ी त्वचा समस्याएं एक आम चिंता हैं, क्योंकि उच्च रक्त शर्करा का स्तर त्वचा को प्रभावित कर सकता है और विभिन्न समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसमें शुष्क त्वचा, खुजली, संक्रमण, काले धब्बे (अकेन्थोसिस निग्रिकन्स), धीमी घाव भरने की प्रक्रिया और फोड़े-फुंसियां शामिल हो सकती हैं।
रंगत (स्किन कॉम्प्लेक्शन) का स्वास्थ्य और चमकदार दिखना त्वचा की सही देखभाल और पोषण पर निर्भर करता है। धूप, प्रदूषण, हार्मोनल बदलाव और अनुचित स्किनकेयर के कारण त्वचा अनियमित, रूखी या धूमिल हो सकती है।
दाग-धब्बे (Scars) त्वचा पर चोट, सर्जरी, मुंहासे या जलने के बाद बनने वाले स्थायी निशान होते हैं, जो त्वचा की प्राकृतिक बनावट को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ दाग हल्के होते हैं और समय के साथ फीके पड़ जाते हैं, जबकि कुछ गहरे और उभरे हुए हो सकते हैं, जिन्हें विशेष उपचार की आवश्यकता होती है।
काले दाग (Black Marks) त्वचा पर होने वाले गहरे धब्बे या निशान होते हैं, जो आमतौर पर मुंहासे, चोट, सन डैमेज, हार्मोनल बदलाव या पिगमेंटेशन के कारण विकसित होते हैं। ये दाग त्वचा की रंगत को असमान बना सकते हैं और समय के साथ हल्के हो सकते हैं, लेकिन कुछ मामलों में उपचार की आवश्यकता होती है।
आंखों के नीचे काले घेरे (Dark Circles) थकान, अनियमित नींद, तनाव, बढ़ती उम्र, डिहाइड्रेशन या आनुवंशिक कारणों से हो सकते हैं। यह समस्या त्वचा को थका हुआ और मुरझाया हुआ दिखा सकती है, जिससे चेहरे की चमक कम हो जाती है।।
स्ट्रेच मार्क्स (Stretch Marks) त्वचा पर पड़ने वाली लंबी, हल्की या गहरी धारियों के रूप में दिखाई देते हैं, जो आमतौर पर प्रेग्नेंसी, वजन बढ़ने-घटने, हार्मोनल बदलाव या तेजी से ग्रोथ के कारण होते हैं।
कार्बन्कल (Carbuncle) एक गंभीर और दर्दनाक त्वचा संक्रमण है, जो बालों के रोम (हेयर फॉलिकल्स) में बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। यह आमतौर पर एक साथ जुड़े फोड़े (Boils) के समूह के रूप में दिखाई देता है, जिससे प्रभावित क्षेत्र में सूजन, लालिमा और पस भर सकता है।
स्केबीज (Scabies) एक संक्रामक त्वचा रोग है, जो छोटे परजीवी कण (माइट्स) के संक्रमण से होता है। यह कण त्वचा के अंदर जाकर तेजी से खुजली, लाल चकत्ते और दाने पैदा करते हैं, जो अधिकतर उंगलियों के बीच, कलाई, कोहनी, कमर और बगल में दिखाई देते हैं।